सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए सादगी पूर्वक मनाई परशुराम जयंती

सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए सादगी पूर्वक मनाई परशुराम जयंती - राशमी

कोरोना महामारी ने दुनिया की अर्थव्यवस्था को उथल पुथल कर दिया है ऐसे में इस पवित्र वैशाख महीने में कई तरह के धार्मिक आयोजन होते हैं वह भी सब बंद है।

सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए सादगी पूर्वक मनाई परशुराम जयंती


मेवाड़ के हरिद्वार मातृकुंडिया में वैशाखी पूर्णिमा पर विशाल मेले का आयोजन होता है मगर लॉक डाउन के चलते वह भी बंद है।

इस पवित्र शिवनगरी व भगवान परशुराम की तपोभूमि मातृकुंडिया में करोड़ों रुपए की लागत से बना भगवान परशुराम का पैनोरमा जिसका कार्य लगभग संपूर्ण है

9 फीट ऊंची गनमेटल से बनी भगवान परशुराम की आदम कद प्रतिमा


पैनोरमा के मुख्य भवन के ठीक सामने 9 फीट ऊंची गनमेटल से बनी भगवान परशुराम की आदमकद प्रतिमा स्थापित की गई।

पैनोरमा में भगवान परशुराम के जीवन पर घटनाक्रम को स्क्रिप्ट के अनुसार दिखाया जाएगा। पैनोरमा में परशुराम के जीवन चरित्र को प्रतिमाओं आख्यानों आदि विविध तरीकों से दर्शाया गया है।

परशुराम जयंती के अवसर पर आज सोशल डिस्टेंस व लाॅक डाउन की लक्ष्मण रेखा को ध्यान में रखते हुए
हवन पूजा व मंत्रोचार के साथ मूर्ति से मोली बंद को हटाकर माल्यार्पण किया।

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इस दौरान सोशल डिस्टनसिंग का पूरा ध्यान रखा गया।


पैनोरमा सहित पवित्र स्थल मातृकुंडिया पर एक नजर


पौराणिक आख्यानों में तप व बाहुबल के ब्रह्म ऋषि परशुराम के प्रसंगों से जुड़ा स्थल है मातृकुंडिया।


चित्तौड़ जिले में ही नहीं बल्कि समूचे प्रदेश में इकलौता स्थान है मातृकुंडिया जिसका उल्लेख कल्कि एवं ब्रह्मवैवर्त पुराण में बताया गया है।

इस धर्म स्थल की महिमा मेवाड़ में हरिद्वार की तरह है पौराणिक आख्यान है कि पितृ आज्ञा के बाद मां रेणुका के साथ चार भाइयों का वध

व वरदान में उनके जीवित होने के बाद प्रायश्चित इसी कुंड पर किया गया इसलिए यह स्थान मातृकुंडिया कहलाया।

मेवाड़ अंचल से पितरों के दर्पण के लिए बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं।


3D ऑडियो विजुअल से बताएंगे परशुराम के तप - पुरुषार्थ 


1.80 करोड रुपए की लागत से बनाए गए पैनोरमा का शिलान्यास तत्कालीन वसुंधरा राजे सरकार ने बजट में घोषणा के बाद 18 अप्रैल 2018 को इसका शिलान्यास किया था

जिसके बाद कार्यकारी एजेंसी राजस्थान धरोहर प्रोन्नति प्राधिकरण में इसका कार्य शुरू किया।

पैनोरमा के निर्माण के लिए देवस्थान विभाग ने भूमि उपलब्ध कराई जो कपासन रोड पर 120 गुणा 120 फीट जमीन पर हॉल बनाया गया।


इसमें 20 पैनल 3D फाइबर स्कल्पचर लगाए गए हैं। प्रत्येक पैनल में स्कल्पचर के साथ कथानकों का उल्लेख भी किया गया। इसकी स्क्रिप्ट प्रसिद्ध इतिहासकारों की सलाह के अनुसार तैयार की गई।


सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए सादगी पूर्वक मनाई परशुराम जयंती
= देवीशंकर सुखवाल राशमी =


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